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बिग बास का स्वामी...

Written By महेन्द्र श्रीवास्तव on गुरुवार, 10 नवंबर 2011 | 1:06 pm


ये है बिग बास का घर। यहां कोई किसी का सगा नहीं। इस घर में आने का मौका उसे ही मिलता है, जिसमें बिग बास को कुछ " खास " नजर आता है। आपको हैरानी होगी, लेकिन सच ये है कि एक बार इस घर में शामिल होने का न्यौता मुझे भी मिला था। मैं इंटरव्यू के लिए बिग बास के सामने बैठा। उन्होंने मेरा नाम पूछा, मैने नाम बताया। अगला सवाल था कि क्या आप ज्वाइंट फैमिली में रहते हैं ? मैने कहा हां, बिग बास को मेरा जवाब अच्छा नहीं लगा। फिर पूछा सड़क चलते आपकी किसी से कितनी बार तू-तू मै-मै हुई है, मैने बताया, मेरे साथ तो ऐसा नहीं हुआ। बस इतना कहना था कि बिग बास ने एक बहुत भद्दी सी गाली दी, मैं चौंक गया और मैं उन्हें ऊपर से नीचे तक देखता रह गया। मेरे मन में बिग बास को लेकर बहुत इज्जत थी, जो एक मिनट में खत्म हो गई। मैं आगे कुछ बात किए बगैर निकल आया।
बाहर मेरी मुलाकात हुई ऐसे शख्स से जिसे दो दिन बाद बिग बास के घर में होना था। मेरा लटका हुआ चेहरा देखकर उसने पूछा क्या हुआ। मैने उसे पूरी बात बताई तो वो हंसने लगा। बोला आप तो वाकई बेवकूफ हैं, ज्वाइंट फैमिली में रहने वाले का यहां क्या काम है? बताइये रास्ते चलते आप चीखेगे चिल्लाएंगे नही तो आपको आगे जाने का रास्ता कौन देगा? इसके बाद भी बिग बास ने आपको गाली देकर अंतिम समय तक जागने का मौका दिया। अगर आप बिग बास के गाली देते ही..उनकी मां का साकी नाका....कर देते तो भी आपका चुना जाना तय था। चलिए कोई नहीं, आप केबीसी की तैयारी कीजिए, बिग बास से आपकी नहीं बनी तो क्या हुआ बिग बी से जरूर बनेगी।
हालांकि मैं इस बात जिक्र करना नहीं चाहता था, मुझे लोगों को ये बताने में बुरा लग रहा है कि बिग बास ने मुझे गाली दी और मै सुन कर चला आया। लेकिन जब आज मैने स्वामी अग्निवेश को घर के भीतर पाया तो मुझे बिग बास के साथ अपना इंटरव्यू याद आ गया। बिल्कुल ठीक बात है, स्वामी जी परिवार के साथ नहीं रहते। आप सब ने टीवी पर देखा होगा कि टीम अन्ना से दूरी बढ़ी तो वो किस तरह फोन पर अन्ना टीम को पागल हाथी बताते हुए इन्हें सबक सिखाने की पैरवी कर रहे थे। अच्छा रास्ते चलते पंगा लेने की इन्हें आदत भी है, तभी तो अमरनाथ यात्रा को इन्होंने पाखंड कह दिया। अब सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा कि स्वामी जी सार्वजनिक जीवन में गंभीरता बरतें।
बहरहाल आइये अब बात करते हैं मुद्दे की। इस सवाल का जवाब पूरा देश तलाश रहा है कि आखिर स्वामी जी ने बिग बास के घर जाने का फैसला क्यों किया। मुझे भी लग रहा है कि 72 वर्षीय स्वामी 7 सुंदरियों और हिजड़े का वाथरूम साफ करने तो वहां नहीं ही गए हैं। अन्ना के बारे में जो कुछ भी कहते हुए वो कैमरे पर पकड़े गए, उसके बाद स्वामी की रही सही विश्वसनीयता भी खत्म हो गई है। आमतौर पर अब उनकी इमेज सरकार के एक 'लंपू' की रह गई है, जिसका काम होता है कि सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलन से जुडे और वहां की खबरें सरकार तक पहुंचाए। स्वामी जी अब टीम अन्ना से बाहर हो चुके हैं तो उन्हें अपनी इमेज भी दुरुस्त करनी है।
आपको पता है कि बिग बास के घर साप्ताहिक टास्क कई बार बडे उल्टे सीधे होते हैं। पिछले दिनों एक टास्क मे घर के आधे सदस्यों को कुत्ता बनना था और बाकी को उसका मालिक। कुत्ता बने सदस्य को पूरे दिन कुत्ते की तरह ही चलना होता था, और कुत्ते का कपडा भी पहनना होता है। अगर ये टास्क रिपीट हुआ तो क्या स्वामी जी कुत्ता बनने को तैयार होगें। एक टास्क के दौरान हिजडे लक्ष्मी ने पैंट पहनने से इनकार कर दिया और खूब रोई। अगर किसी टास्क में स्वामी को पैंट पहनाया गया या फिर घर के अंदर डांस शो में स्वामी के लिए बिग बास ने ड्रेस बिकनी भेज दिया और महक के साथ डांस करने को कहा तो स्वामी ये टास्क करेंगे। बहरहाल ये सब तो शो देखने से ही साफ होगा। 
जानकारों का मानना है कि बिग बास के घर में कुछ भी किसी के बारे में कहो, कोई मानहानि का मुकदमा नहीं हो सकता, क्योंकि यहां तो सब अपनी अपनी गासिफ कर रहे हैं। अब स्वामी जी यहां से रोजाना अन्ना और उनकी टीम के सदस्यों पर सीधा हमला बोलेगें। अब एक मनोरंजक चैनल के कार्यक्रम पर कोई कमेंट तो करेगा नहीं, लेकिन हां स्वामी जी में लोगों को अपनी बात समझाने की क्षमता है, वो वहां रोजाना यही काम करेंगे।
वैसे भी सरकार के एक बडे़ मंत्री को इस समय जिम्मेदारी दी गई है कि वो अन्ना को काबू करने के लिए काम करें। कहा तो यहां तक जा रहा है कि स्वामी का घर के अंदर जाना भी इसी अभियान का एक हिस्सा है। इसके अलावा जल्दी ही एक अंग्रेजी के समाचार पत्र में अन्ना के खिलाफ एक खास रिपोर्ट भी प्रकाशित कराने की साजिश चल रही है। कुल मिलाकर सरकार के कुछ लोग चाहते हैं कि शीतकालीन सत्र के पहले टीम अन्ना को अगर काबू में नहीं किया गया तो विपक्ष के साथ ही ये टीम उनके लिए बडी मुश्किल खड़ी कर सकती है। 
बहरहाल इस समय तो स्वामी अग्निवेश की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। अग्निवेश की प्रतिष्ठा कहना शायद गलत होगा, मेरे हिसाब से स्वामी ने भगवा कपडे की प्रतिष्ठा को जरूर दांव पर लगा दिया है। वैसे भाई मेरा फेवरिट शो है बिग बास और मुझे भी इंतजार है कि स्वामी जी को छोटे छोटे कपडे़ पहनी सुंदरियों से बाथरुम में गासिफ करते देखने का। मै देखना चाहता हूं कि वो  बाथरूम में कितनी देर तक गपबाजी करते हैं और वो भी भगवा कपडे को दागदार बनाए बगैर। तो मित्रों आज रात से देखिए और मुझे भी बताइये कैसा लग रहा है हमारे स्वामी का परफार्मेस......। 
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2 टिप्पणियाँ:

अजित गुप्ता का कोना ने कहा…

बिग बास भी पिटा कार्यक्रम है और यह स्‍वामी भी पिटा हुआ है। इसलिए निर्माता सोच रहे हैं कि लोगों की शायद यही जिज्ञासा कुछ दर्शक खींच लाए कि स्‍वामी क्‍या करता है?

Bhagirath Kankani ने कहा…

kali kothdee me jakar koi bhi bina dag bahar nahi nikal sakataa. yahi hal hoga agnivesh ka. aaray samaj ne to usase palla jhad hee liya hai dusare sadhu sant bhi isko kinare par rakh denge. ab agnivesh apne pile vastr andar hee utaar kar bahar nikale to achha hoga.

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